बरेली में 33 साल की शिक्षिका ने धर्म परिवर्तन कर कहा था मुस्लिमों में महिलाओं की इज्जत नहीं
बरेली में 33 साल की शिक्षिका ने अब ऑनर किलिंग का खतरा जताया है। पीड़िता ने अपने परिवार और बहनोई से हत्या की आशंका जताई है। शिक्षिका ने पांच दिन पहले धर्म परिवर्तन करते हुए वीडियो बयान दिया था कि मुस्लिमों में महिलाओं की कोई इज्जत नहीं है। तीन तलाक और हलाला को लेकर भी पीड़िता ने बयान दिया था।
‘मुस्लिम धर्म से मेरा कोई वास्ता नहीं’
बरेली के बारादरी थाना क्षेत्र के फाइक एनक्लेव निवासी नेहा असमत का कहना है कि मेरी जन्म तारीख 6 जनवरी 1990 है। पूरी कानूनी प्रक्रिया के तहत सनातन धर्म अपनाया है। पीड़िता का कहना है वह महादेव की भक्त हैं। वो पढ़ी लिखी हैं और पेशे से टीचर हैं। अपना अच्छा बुरा जानती हैं। अब उसे नेहा सिंह के नाम से जाना जाए। पीड़िता का कहना है कि मैं हिंदू धर्म अपना चुकी हूं, अब मुस्लिम धर्म में मेरा कोई वास्ता नहीं।
नेहा ने धर्म बदलकर कहा था कि इस्लाम में महिलाओं को पैर की जूती समझा जाता है। इस्लाम में मर्द 4 शादियां कर सकता है और अपनी पत्नी को जब चाहे तीन बार तलाक बोलकर उससे रिश्ता खत्म कर सकता है। इस्लाम में महिलाओं का हलाला करवाया जाता है। जबकि सनातन धर्म में महिलाओं को आजादी है।
बहनोई मेरी हत्या की फिराक में
नेहा असमत से नेहा सिंह बनकर शिक्षिका का कहना है कि पहले नाम नेहा असमत था। लेकिन, अब उसने अपना नाम नेहा सिंह रख लिया है। मैं हाथ में कलावा बांधती थी। मुझे पहले से हिंदू धर्म के रीति-रिवाज पसंद हैं। एक तो वहां महिलाओं को बहुत इज्जत दी जाती है। दूसरी वहां महिलाओं को शोषण नहीं किया जाता। मुस्लिमों ने एक मर्द कितनी शादी करे, उसे कोई नहीं रोकता। कलावा बांधने पर मुझे बहनोई टॉचर्र करते थे। मेरी शिकायत मां से कराते थे। उन्हें हिंदू धर्म पसंद नहीं। पीड़िता का कहना है कि बहनोई मेरी रेकी करवा रहे हैं, वह हत्या कर सकते हैं।
परिजन करना चाहते थे जबरन शादी
नेहा सिंह ने कहा कि परिजन जबरन मेरी शादी कराना चाहते थे। वह भी जबरन। जबकि मैं शादी नहीं करूंगी। नेहा ने यह भी कहा कि जिससे शादी परिवार कराना चाहता था उसने अपनी पत्नी को तीन तलाक दिया, उसके बाद पत्नी का हलाला कराकर फिर से शादी की। मैं ऐसे इंसान के साथ जिंदगी नहीं गुजार सकती। पीड़िता ने सीएम और डीजीपी को पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग की है। जिसमें कहा कि यदि मेरे साथ कोई अनहोनी होती है तो परिवार और रिश्तेदार जिम्मेदार होंगे।