शास्त्रों में भी गुरू को भगवान का दर्जा दिया गया है। तभी तो संत कबीर दास ने कहा है गुरू गोविंद दाऊ खड़े काके लागू पाय, बलिहारी गुरू आपनो गोविंद दियो बताय। अगर गुरू ही हैवानियत पर उतर आए तो उसे सजा मिलनी लाज़मी है। ठीक ऐसा मामला गाँव कस्तला कस्माबाद में स्थित एक प्राथमिक विद्यालय में चरितार्थ हुआ है। यहाँ विद्यालय के प्रधानाध्यापक एक छात्र की जमकर पिटाई की। यहाँ तक तो मामला ठीक रहा जब प्रधानाध्यापक ने दौबारा उसी छात्र की पिटाई की तो एक शि554क्षिका ने विरोध किया। प्रधानाध्यापक ने आपा खो दिया और शिक्षिका को विद्यालय के एक कमरे में बंद कर दिया। मौके पर पहुंची बीईओ ने बामुश्किल शिक्षिका को आजाद कराया। बीएसए ने प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया है।
गाँव कस्तला कस्माबाद में एक प्राथमिक विद्यालय स्थित है। जिसमें प्रधानाध्यापक संजीव कुमार है। जानकारी में आया है कि प्रधानाध्यापक संजीव कुमार ने किसी बात को लेकर एक छात्र की जमकर पिटाई की। जब इसकी शिकायत छात्र ने अपने परिजनों से की तो इससे खफा होकर संजीव कुमार ने फिर से छात्र को जमकर पीटा। जिस समय प्रधानाध्यापक को पीट रहे थे तभी एक शिक्षिका ने विरोध किया। संजीव कुमार ने हैवानियत की सभी हदें पार कर दीं।
इतना ही नहीं, प्रधानाध्यापक ने शिक्षिका के साथ अभद्रता करते हुए उसे विद्यालय के एक कमरे में बंद कर दिया। साथ ही उसकी वीडियो बनाने लगा। इसी बीच किसी ने पूरे मामले की जानकारी फोन पर बीईओ को दे दी। जब बीईओ विद्यालय में पहुंची तब भी शिक्षिका कमरे में कैद थी। बीईओ ने प्रधानाध्यापक संजीव कुमार से शिक्षिका को छोडने के लिए कहा लेकिन उसने साफ इंकार कर दिया। बीईओ ने बामुश्किल शिक्षिका को आजाद कराया। यह मामला जंगल में लगी आग की तरह पूरे क्षेत्र में फैल गया। गुरू की हैवानियत भरा कारनामा जानकार लोगों में रोष व्याप्त है। वहीं मामला बीएसए ऋतु तोमर की जानकारी में आते ही प्रधानाध्यापक संजीव कुमार को निलंबित कर दिया।