चौबारी मेले में स्काउट गाडइ की कैडेट्स बोलीं- घर से बाहर निकलने में नया सीखने को मिला
बरेली में रामगंगा चौबारी मेले में आज कार्तिक पूर्णिमा पर सुबह से लेकर शाम तक श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। इस मेले का विधिवत शुभारंभ 23 नवंबर को जिलाधकिारी रविंद्र कुमार और भाजपा विधायक द्वारा किया गया। यहां बरेली और बदायूं के लोग परिवार के साथ पहुंचे हैं।
रामगंगा के किनारे तंबुओं की नगरी बसी है। पिछले 4 दिन से यहां पुलिस प्रशासन के अधिकारी लगातार निरीक्षण कर रहे हैं। प्रशासन द्वारा अलग अलग विभाग के शिविर लगाए गए हैं। वहीं हिंदुस्तान स्काउट एंड गाइड द्वारा भी यहां शिविर लगाया गया। इसमें 50 कैडेट्स ने भाग लिया। जिसमें अलग अलग स्कूल कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं ने जहां दूसरों को अनुशासन का पाठ पढ़ाया, वहीं खुद भी कहा कि हम बहुत कुछ सीखकर जा रहे हैं।
बाहर निकलकर हमेशा नया करने को मिलता है
हिंदुस्तान स्काउट एंड गाइड की सहायक प्रादेशिक संगठन आयुक्त अलका मिश्रा ने बताया कि 23 नवंबर को चौबारी मेले में हमारा यह शिविर लगाया गया। इसमें 7 दिन का शिविर है, जिसमें ओपन दल से और स्वतंत्र स्काउट दल और अलग अलग कैड्टस ने भाग लिया। 50 इनमें छात्र और छात्राएं भी शामिल रहीं।
बरेली में रामगंगा चौबारी मेले में आज कार्तिक पूर्णिमा पर सुबह से लेकर शाम तक श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। इस मेले का विधिवत शुभारंभ 23 नवंबर को जिलाधकिारी रविंद्र कुमार और भाजपा विधायक द्वारा किया गया। यहां बरेली और बदायूं के लोग परिवार के साथ पहुंचे हैं।
रामगंगा के किनारे तंबुओं की नगरी बसी है। पिछले 4 दिन से यहां पुलिस प्रशासन के अधिकारी लगातार निरीक्षण कर रहे हैं। प्रशासन द्वारा अलग अलग विभाग के शिविर लगाए गए हैं। वहीं हिंदुस्तान स्काउट एंड गाइड द्वारा भी यहां शिविर लगाया गया। इसमें 50 कैडेट्स ने भाग लिया। जिसमें अलग अलग स्कूल कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं ने जहां दूसरों को अनुशासन का पाठ पढ़ाया, वहीं खुद भी कहा कि हम बहुत कुछ सीखकर जा रहे हैं।
बाहर निकलकर हमेशा नया करने को मिलता है
हिंदुस्तान स्काउट एंड गाइड की सहायक प्रादेशिक संगठन आयुक्त अलका मिश्रा ने बताया कि 23 नवंबर को चौबारी मेले में हमारा यह शिविर लगाया गया। इसमें 7 दिन का शिविर है, जिसमें ओपन दल से और स्वतंत्र स्काउट दल और अलग अलग कैड्टस ने भाग लिया। 50 इनमें छात्र और छात्राएं भी शामिल रहीं।
लड़कियां दूसरों से कम नहीं
कक्षा 10 में पढ़ाई करने वाली कैडेट्स शगुन ने बताया कि लड़कियां दूसरों से कम नहीं है। जब कैंप के लिए घर से निकली तो परिवार के सभी सदस्यों ने कहा कि अपना ख्याल रखना, बिल्कुल आराम से रहना। लेकिन अब कैंप करके लगा कि बाहर निकलकर बहुत कुछ सीखने को मिलता है, लड़कियां भी दूसरों से कम नहीं है।