पीलीभीत लोकसभा सीट पर वोटिंग सुबह 7 बजे चल रही है। पीलीभीत में 5 बजे तक 60.1% मतदान हुआ है। पीलीभीत की ऑफिसर कॉलोनी से निकास न मिलने से नाराज़ बक्शपुर गांव के ग्रामीणों ने मतदान में भाग नहीं लिया। बूथ के बाहर तमाम ग्रामीण खड़े हैं। बताया जा रहा है कि सुबह से यहां अभी तक एक भी वोट नहीं पड़ा है। ग्रामीणों के आक्रोश को लेकर अफसर गांव में पहुंच गए हैं।
दरअसल गांव में कलेक्ट्रेट से निकलने वाला पुराना रास्ता था, जिसे बीते दिनों प्रशासन ने दीवार खड़ी कर बंद कर दिया था। इसको लेकर ग्रामीणों ने मतदान बहिष्कार करने का ऐलान किया था। पहले तो अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझने का प्रयास किया, लेकिन जब ग्रामीण नहीं माने तो बुलडोजर से रास्ते में खड़ी दीवार को गिरा दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने वोटिंग शुरू कर दी।
वहीं मंगतपुर कंपोजिट बिद्यालय बूथ संख्या 219 पर ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार किया है। सुबह 10 बजे तक मात्र 9 मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग यहां किया है। बीसलपुर के गांव बैदखेडा में पोलिंग बूथ पर लोगों ने वोट करने का बहिष्कार किया था। पीलीभीत में भाजपा के गढ़ माने जाने वाले जीजीआईसी बूथ पर सन्नाटा पसरा हुआ है। पीलीभीत लोकसभा के बहेड़ी विधानसभा में बहेड़ी कस्बे महात्मा गांधी मेमोरियल इंटर कॉलेज में लोगों की लाइन लगी है।
वहीं रूस के मोलडवा की रहने वाली टटियाना जायसवाल ने पति नीरज के साथ बिलसंडा में मतदान किया। बीते लंबे समय से पति के साथ यहां रहते हुए उनको नागरिता मिली है। मतदान के बाद टटियाना ने बताया कि उनको लगता पीलीभीत अभी विकास से पीछे है। यहां विकास होना चाहिए। उन्होंने अपना मत विकास के मुद्दे और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर किया है। उन्होंने अन्य लोगों से भी इन्हीं मुद्दों पर मतदान की अपील की है।