आंवला लोकसभा सीट से बसपा प्रत्याशी आबिद अली ने मौजूदा सांसद और भाजपा प्रत्याशी धर्मेंद्र कश्यप को धमकी दी। आबिद अली ने एक जनसभा में मंच से कहा- आज के टाइम में सांसद समझते हैं, यह गलत फहमी निकाल दो, न तुम सांसद हो, न हम सांसद हैं।
तुम्हारी नसबंदी के लिए लाल फाटक वालों से कह रहे हैं, तुम्हारी नसबंदी के लिए ठाकुर मुदित साहब और मुदित प्रताप सिंह को लाए हैं, उन्हीं से तुम्हारी नसबंदी कराएंगे। चौराहे पर नंगा कर देंगे। लोकसभा में विकास कर नहीं पा रहा है, जमीनदारों की नसबंदी करेगा।”
कहा- पंचर वाला क्या जाने जमींदारों की हैसियत
आबिद अली ने कहा- तुम जमींदारों की हैसियत क्या करेगा। तुम तो टायर पंचर वाले हो, अगर किसी अच्छे खानदान से होते तो किसी जमींदार या अच्छे परिवार पर उंगली नहीं उठाते। भाषा बताती है कि तुम कैसे परिवार से हो। 2019 में मोदी लहर का फायदा मिल गया कि तुम चुनाव जीत गए हो।
इस बार मोदी लहर नहीं है, इस बार आंवला लोकसभा में दलित और मुस्लिम का तूफान है। यह तूफान तब तक शांत नहीं होगा जब तक तुम्हें डुबो नहीं देगा। तुम करो तो गठबंधन, हम लड़ें तो बी पार्टी। तुम रिश्ते बनाओ तो वह बुआ, हम बनाएं तो वह बीजेपी के हो गईं।
सपा को बताया भाजपा का एजेंट
सपा पर निशाना साधते हुए कहा- असल में भाजपा के एजेंट तो तुम हो, तुम्हारे जो टिकट भाजपा और आरएसएस के दफ्तरों से बंट रहे हैं। रामपुर में सपा ने प्रत्याशी कहां से उतरा है। दिल्ली से नदवी को लाए हैं, इसका मतलब समझते हो क्योंकि कोई सुन्नी वोट नहीं देगा। क्यों लाए हो, आरएसएस के दफ्तर से फरमान हुआ कि रामपुर हमें चाहिए। मुरादाबाद से एसटी हसन का टिकट इसलिए काटा कि दिल्ली से फरमान हुआ कि अखिलेश यादव जी, मुरादाबाद की सीट हमें चाहिए।
यह बड़ी डीलिंग करते हैं। हम पूछना चाहते हैं कि भाजपा को हराने का इतना ही शौक हैं तो आइए अखिलेश यादव जी। एक और गठबंधन करते हैं, साढ़े 5 लाख मुस्लिम हैं, तीन लाख दलित हैं। यह डीलिंग नहीं करेंगे। हम सीट तुम्हें जिताकर भेजेंगे।
कहा- यह गब्बर सिंह नहीं हैं, यह सांभा है
आबिद अली ने सासंद पर निशाना साधते हुए कहा- यह गब्बर सिंह नहीं हैं, यह सांभा है। जिस तरह से हमने आंवला में विकास किया है, उसी तरह यह भी आंवला लोकसभा में विकास कराते। बताओ यह गब्बर हैं या सांभा। इनसे कहना है कि 10 साल का हिसाब देना होगा।
मैं कहना चाहता हूं कि कश्यप जी, भूल जाओ जब तुम सीधे साधे प्रधान व कोटेदारों को सताते थे। यदि एक भी प्रधान या कोटेदार को छूटने की कोशिश की तो बीच चौराहे पर तुम्हे नंगा करके रख दूंगा। आंवला का मालिक मैं हूं, आंवला की सीमा के अंदर घुसने को तरस जाओगे।
तुम्हारी गाड़ी, बिना हमारी मर्जी के आंवला की सड़कों पर चल नहीं पाएगी। होश में रहना… एक बात मैं यह कहना चाहता हूं कि बहरुपिए आएंगे। याद करो वह दौर.. यदि तुम ध्यान से वोट देते तो तुम्हारे इलाके का विधायक कोई मुस्लिम होता।