बदायूँः 03 नवम्बर। जिलाधिकारी मनोज कुमार की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में आयोजित की गयी। उन्होंने सड़क दुघर्टनाओं एवं उसके कारणो से रोकने के उपाय के सम्बन्ध में अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की। जिलाधिकारी ने कहा कि दुघर्टना बाहुल्य स्थानों को चिन्हित करते हुये हाइवे से जोड़ने वाली अन्य सड़को पर हाइवे से पहले स्पीड ब्रेकर लगाए जाए ताकि आने वाले वाहन की गति धीमी हो सकें। सड़क दुघर्टनाओं में सम्भावित ब्लैक स्पाट को चिन्हित करते हुए वहां साइनिंज बोर्ड लगाया जाए।
डीएम ने निर्देश दिए कि स्कूलो में ट्रैफिक नियमो के जन जागरूकता एवं गोष्ठियां आयोजित कर जागरूकता अभियान चलाया जाए। रोड सेफ्टी पॉलिसी-4 ई में एजुकेशन जागरूकता, इमरजेंसी केयर सम्बन्धित बिन्दुओं पर चर्चा, रोड सेफ्टी इनफोर्समेंट, रोड इंजीनियरिंग आदि बिन्दुओं पर विस्तृत चर्चा की गयी। उन्होने कहा कि स्कूल वाहनो की गहन चेकिंग की जाए तथा सभी स्कूल वाहन की शत प्रतिशत फिटनेस होनी चाहिए तथा क्षमता के अधिक बच्चों को न बैठायें।
बच्चों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान रहें। उन्होंने समस्त उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ अपने-अपने क्षेत्र में भ्रमण कर चिन्हित कर ले कोई भी गैर मान्यता प्राप्त विद्यालय नहीं चलने चाहिए, यदि कोई चलाते मिले तो जुर्माना लगाते हुए आवश्यक कार्रवाई करना सुनिश्चित करें।
डीएम ने सड़को की मरम्मत के लिये लोक निर्माण विभाग को निर्देशित किया गया। सड़कों पर उपले आदि प्रयोग लोगों द्वारा किए जा रहे हैं उन पर तत्काल कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में कोहरे को दृष्टिगत रखते हुए रिफ्लेक्टर लगाने आदि की कार्रवाई समय से करना सुनिश्चित करें। यातायात गतिविधियां संबंधित विभागों से समन्वय बनाते हुए की जाएं। समस्त संबंधित विभाग संवेदनशील होकर कार्य करें। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 प्रदीप वार्ष्णेय, सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी अमरीष कुमार, एसपी सिटी एके श्रीवास्तव, अधिशासी अभियन्ता लोक निर्माण विभाग के मनीष कुमार सिंह सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।