एलआईसी बीमित व्यक्तियों व समूहों के हितों के संरक्षक के रूप में करता है कार्य
बदायूँ 02 सितम्बर। भारतीय जीवन बीमा निगम लि0 के स्थापना दिवस पर एलआईसी कार्यालय में 68वें स्थापना दिवस कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी निधि श्रीवास्तव ने फीता काटकर एवं दीप प्रज्वलित कर किया। डीएम ने एलआईसी अभिकर्ताओं को अधिक से अधिक लोगों को एलआईसी परिवार से जोड़ने हेतु उनका बीमा करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि एलआईसी बीमित व्यक्तियों और समूहों के हितों के संरक्षक के रूप में कार्य कर बदलते सामाजिक-आर्थिक परिवेश के मद्देनजर पैदा होने वाली जीवन बीमा आवश्यकताओं को पूरा करता है।
एलआईसी प्रबंधक ने भारतीय जीवन बीमा निगम लि0 के कार्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि एलआईसी का कार्य व्यापक प्रसार देना और खास तौर से ग्रामीण इलाकों और सामाजिक-आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों तक उसे पहुंचाना, ताकि देश के तमाम बीमा करने योग्य लोगों तक पहुंचा जा सके और वाजिब लागत पर उन्हें मृत्यु से होने वाले वित्तीय नुकसान के प्रति सुरक्षा प्रदान की जा सके। बीमा संलग्न बचत को आकर्षक बना कर जनता को बचत के लिए प्रेरित करना
उन्होंने बताया कि अपने पॉलिसी धारकों के प्रति अपने पहले दायित्व, कोष के निवेश को ध्यान में रखना, जिनके धन को वह धरोहर के रूप में अपने पास रखता है और इस निवेश प्रक्रिया में समूचे समाज के हित से अपनी नजर न हटने देनाय पॉलिसी धारकों और समूचे समाज के हित को ध्यान में रखते हुए राष्ट्र की प्राथमिकताओं और आकर्षक लाभ देने की जिम्मेदारी के मद्देनजर कोष का निवेश कराना। इस अवसर पर अधिकारी व अभिकर्ता सहित आमजन मौजूद रहे।