लोकसभा चुनाव 2024 में बसपा ने नए चेहरे और जातिगत समीकरण के आधार पर टिकट देकर बीजेपी की मुश्किलें बढ़ा दी है।र्वी उत्तर प्रदेश में लगभग 20 ऐसे चेहरे हैं जो पहली बार लोकसभा चुनाव में अलग-अलग पार्टियों के सिंबल पर चुनावी मैदान में होंगे। नए चेहरों या पहली बार चुनाव लड़ने वालों को मौका देने के मामले में बहुजन समाज पार्टी सबसे आगे है। पूर्वांचल की 13 में से 11 सीटों पर BSP ने नए चेहरों पर अपना भरोसा जताया है।
BJP से 4 नए चेहरों को मौका
BJP ने 13 में से 4 लोकसभा सीटों पर ऐसे लोगों को टिकट दिया है, जो पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे। बीजेपी ने पूर्वांचल की हॉट सीटों में से एक गाजीपुर सीट से समाजवादी पार्टी के अफजाल अंसारी के खिलाफ शिक्षक पारसनाथ राय पर दांव लगाया है।
सपा से 3 नए चेहरों को मौका
समाजवादी पार्टी ने चंदौली लोकसभा सीट से उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री वीरेंद्र सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है। वह मूल रूप से वाराणसी के रहने वाले हैं और पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं।मिर्जापुर सीट से सपा ने राजेंद्र बिंद पर दांव लगाया है। इस सीट पर राजेश का मुकाबला अपना दल-एस की अनुप्रिया पटेल से है। मछलीशहर सुरक्षित सीट से सपा ने पेशे से अधिवक्ता प्रिया सरोज को मौका दिया है। प्रिया समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता तूफानी सरोज की बेटी हैं। रॉबर्ट्सगंज सीट पर सपा कैंडिडेट के नाम का ऐलान होना अभी बाकी है।
मायावती की सोशल इंजीनियरिंग से बीजेपी परेशान
बहुजन समाज पार्टी ने पूर्वांचल की 13 में से 11 सीटों पर नए और युवा चेहरों को उम्मीदवार बनाया है। इसके साथ ही बसपा ने टिकट वितरण में सीटों के हिसाब से जातिगत समीकरण का पूरा ख्याल रखा है। राजपूत बहुल सीट जौनपुर से BSP ने बाहुबली धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला रेड्डी को उम्मीदवार बनाया है, जबकि BJP ने यहां से कृपाशंकर सिंह को टिकट दिया है। इससे राजपूत मतदाताओं में बिखराव होने का खतरा है।