यूपी में चुनाव का रंग अब तेजी से चढ़ता दिख रहा है। प्रत्याशी प्रचार के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। मेरठ सीट से भाजपा प्रत्याशी अरुण गोविल मौजूदा सांसद राजेंद्र अग्रवाल के घर पहुंचे। यहां महफिल सजी और अरुण गोविल गीत गुनगुनाने लगे।
मेरठ में ही एक प्रत्याशी नामांकन पत्र लेने पहुंचा। इस दौरान उन्होंने योग किया। यही नहीं, बागपत में जनसंपर्क के दौरान भाजपा-रालोद गठबंधन के कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट हो गई। वजह प्रत्याशी को चाय पर ले जाने की रही।
चुनाव से जुड़े ऐसे ही 5 मामलों के बारे में आपको बताते हैं…
1- फूलों के रंग से दिल की कलम से…बना माहौल
मेरठ सीट से BJP प्रत्याशी अरुण गोविल इलेक्शन कैंपेन के दौरान मौजूदा सांसद राजेंद्र अग्रवाल के घर पहुंचे। गोविल के साथ शहर के तमाम BJP नेता थे। ड्राइंग रूम में चर्चा शुरू हुई और यह रामायण सीरियल पर पहुंच गई। अरुण ने रामानंद सागर के TV सीरियल रामायण में श्रीराम का किरदार निभाया था, इसलिए उन्होंने रामायण के प्रसंगों पर चर्चा शुरू कर दी। इसके बाद बात बढ़ते-बढ़ते फिल्मी गीतों तक पहुंच गई।
सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने सुर ताल छोड़ दिया। किशोर कुमार का गीत- ‘फूलों के रंग से दिल की कलम से’ गुनगुनाया जाने लगा। फिर क्या? गोविल ने भी उनका भरपूर साथ दिया। महफिल पूरी तरह सज चुकी थी।
राजेंद्र अग्रवाल और अरुण गोविल सुर से सुर मिला रहे थे, तो बाकी भाजपाई तालियों की थाप से माहौल बना रहे थे।
2. चाय के लिए हुई मारपीट
बागपत में गठबंधन के साथी भाजपा और रालोद के कार्यकर्ताओं के बीच जमकर मारपीट हो गई। दोनों तरफ से एक-दूसरे पर जमकर मारपीट हुई। घटना का वीडियो भी सामने आया है। मामला गुरुवार की देर शाम का है।
जिले के छपरौली क्षेत्र के तिलवाड़ा गांव में में रालोद-भाजपा गठबंधन प्रत्याशी डॉ. राजकुमार सांगवान का जनसंपर्क कार्यक्रम था। इसमें छपरौली विधानसभा क्षेत्र के भाजपा नेता भी मौजूद थे। ये लोग डॉ. राजकुमार सांगवान को अपने घर चाय पर लेकर जाने के लिए कहने लगे। इस पर वहां मौजूद कई रालोद कार्यकर्ताओं ने इस पर आपत्ति जताई। फिर कहासुनी होने लगी, जो बाद में मारपीट में बदल गई। मामला बढ़ता देखकर डॉ. राजकुमार सांगवान वहां से चले गए। मामले में पुलिस ने FIR भी दर्ज की है।