नई दिल्ली। पंजाब से सटी भारत पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा के ज़रिये करोड़ों रुपया के ड्रग तस्करी के मामले में दो लोगों को गिरफ़्तार कर लिया गया। एनआइए ने इन लोगों को अटारी बॉर्डर के पास उस वक़्त पकड़ा जब ये 102 किलो के मादक पदार्थ की भारत में तस्करी की फ़िराक़ में थे।
पाकिस्तान की तरफ़ से यह तस्कर मुलेठी की खेप में 102 किलो मादक पदार्थों की तस्करी कर रहे थे। ये ड्रग्स अफ़ग़ानिस्तान से पाकिस्तान फिर अमृतसर पकड़े गए दोनों तस्करों में एक दीपक खुराना उर्फ़ दीपू पंजाब के फ़िरोज़पुर का रहने वाला है। जबकि अवतार सिंह सनी दक्षिण दिल्ली के जामिया नगर का रहने वाला है। इस तस्करी के केस में अभी तक 5 लोगों को गिरफ़्तार किया जा चुका है।
राष्ट्रीय जाँच एजेंसी को तस्करों से पूछताछ में यह बात पता चली कि अवतार सिंह सनी और दीपक खुराना सिर्फ़ मादक पदार्थों की तस्करी नहीं करते थे बल्कि इसके बदले मिले पैसे का इस्तेमाल अवैध असलहों की ख़रीद में और हवाला के ज़रिए दूसरे धंधों में इस्तेमाल करते थे। साथ ही ड्रग्स को अलग अलग हिस्सों में डिस्ट्रीब्यूशन का काम भी यही देखता था।
दोनों ही तस्कर अवतार और दीपक ड्रग्स तस्करी के मुख्य आरोपी राज़ी हैदर जैदी और शाहिद अहमद और राज़ी अब्दुल वरुण के संपर्क में थे और जैसे एनआइए को जाँच में ये भी पता चला है कि अवतार और दीपक भारत में मादक पदार्थों के फैलाने और तस्करी के बड़े अंतरराष्ट्रीय रैकेट का अहम हिस्सा है। राष्ट्रीय जाँच एजेंसी को पता चला है कि अफ़ग़ानिस्तान का रहने वाला भगौड़ा नाज़िर अहमद कानी, जो मज़ार ए शरीफ़ का रहने वाला है, उसने शाहिद अहमद के ज़रिए यह खेप भारत में पहुँचाने की कोशिश की।
इस मामले में एनआइए ने शाहिद अहमद और नज़ीर अहमद के ख़िलाफ़ पहले ही चार्जशीट दाख़िल कर दी है जबकि राज़ी हैदर ज़ैदी विपिन मित्तल और अमृतपाल सिंह को पिछले साल 15 दिसंबर को गिरफ़्तार कर लिया था लिया था।